हाई-वे पर हंगामा –प्रधानमंत्री व सीएम का पुतला दहन

हाई-वे पर  हंगामा –प्रधानमंत्री व  सीएम का पुतला दहन

फिरोजाबाद (विकास पालीवाल )———–शिकोहाबाद में रोजगार और पुलिस भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग को लेकर भारी संख्या में छात्रों ने एनएच – 2 प्रतापपुर चौराहे पर जाम लगा दिया। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के पुतले बनाए और पुलिस मौजूदगी में उन्हें आग के हवाले कर दिया। एक पुतले को पुलिस ने छात्रों से छीन लिया, लेकिन दूसरा बना कर जला दिया।
1
पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो आक्रोशित छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया। जिसमें एक दर्जन से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गये और कई यात्री घायल हो गये। यात्रियों में दहशत व्याप्त हो गई। एक घंटे तक हाईवे पर दहशत दौड़ती रही। छात्रों ने सुभाष तिराहे से लेकर मैनपुरी चौराहे तक जमकर उपद्रव किया। पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया है।

आज गुरुवार सुबह दस बजे के करीब सैकड़ों की संख्या में छात्र नारायण डिग्री कॉलेज के ग्राउंड के सामने हाइवे पर एकत्रित हो गये। छात्र हाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के पुतले लेकर नारेबाजी करने लगे। हाईवे जाम की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया।

इसी दौरान छात्रों ने मुख्यमंत्री के प्रतीकात्मक पुतले को आग के हवाले कर दिया। प्रधानमंत्री के पुतले को आग लगाने का प्रयास किया तो सीओ संजय रेड्डी और प्रभारी निरीक्षक ने पुतले को छात्रों के हाथ से छीन लिया। जाम खुलवाने का प्रयास किया तो छात्र आक्रोशित हो गए और पुलिस और वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव होते ही पुलिस ने छात्रों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस और छात्रों में शह मात का खेल शुरू हो गया। छात्रों ने पुलिस को सुभाष तिराहे से लेकर मैनपुरी चौराहे तक खूब दौड़ाया। इस दौरान कई रोडवेज बसों पर पथराव कर चकनाचूर कर दिया। जिसमें कई यात्रियों को चोटें भी आईं। भयभीत यात्री बसों से उतर कर जान बचाने को मजबूर हो गये।

हाईवे पर करीब एक घंटे तक दहशत का माहौल रहा। सैकड़ों छात्र हाईवे पर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लेकिन उस समय प्रभारी निरीक्षक के साथ चंद पुलिस कर्मी ही थे। सीओ के पहुंचने पर पुलिस में कुछ दम पड़ा, लेकिन छात्र पुलिस पर हावी रहे। पुलिस अधिकारियों को घेर कर जमकर नारेबाजी की। छात्र कई गुटों में विभाजित होकर पुलिस को इधर-उधर दौड़ा रहे थे।

पुलिस एक तरफ छात्रों को रोकती, तो दूसरी तरफ छात्र पथराव और हंगामा करने लगते। करीब 30 मिनट तक चले इस क्रम में पुलिस पूरी तरह से असहाय दिखी। इधर बाद में एसडीएम अंबरीश कुमार बिंद और सीओ संजय रेड्डी ने उपद्रवियों के धरपकड़ अभियान चलाया। इसमें पुलिस ने लगभग दो दर्जन छात्रों को हिरासत में ले लिया। एसपी ग्रामीण महेंद्र सिंह ने मौके का निरीक्षण किया और उपद्रवियों को चिंहित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

छात्रों द्वारा किए गए पथराव में जिन वाहनों के शीशे टूटे हैं उनमें औरैया डिपो की बस संख्या यूपी 79 बी 9979, यूपी 79 टी- 0279, फर्रुखाबाद डिपो की बस संख्या यूपी 76 के 1850, यूपी 76 सीटी 3319 ट्रक, यूपी 84एफ 9069, यूपी 75 एटी 1339, यूपी 75 एम 2538, यूपी 83 एटी 4620, यूपी 84 एफ 9623 के अलावा अन्य रोडवेज व प्राइवेट वाहन शामिल हैं।

​रोडवेज के चालकों ने दी थाने में तहरीर
हाईवे पर हुए पथराव के दौरान लगभग एक दर्जन से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसमें फर्रुखाबाद डिपो के बस संख्या यूपी 76 के 1850 के चालक सतीश कुमार, शिकोहाबाद डिपो की बस संख्या यूपी 83 एटी-4620 के चालक जयपाल सिंह, यूपी 84 एफ 9623 के चालक सुरेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से थाने में तहरीर दी है। जिसमें कहा गया है कि उनकी बसों पर जाम लगा रहे छात्रों ने पथराव कर दिया, जिसमें उनकी बसों के शीशे टूट गये। तथा कुछ सवारियों को भी चोटें आई हैं।

Related post

मानव अधिकारों के उल्लंघन : जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत   : राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

मानव अधिकारों के उल्लंघन : जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत…

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि…
आरक्षण का लाभ अभी भी निम्नतम स्तर तक पहुँचना बाकी है : न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा (राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग)

आरक्षण का लाभ अभी भी निम्नतम स्तर तक पहुँचना बाकी है : न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा (राष्ट्रीय…

नई दिल्ली: — राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री अरुण मिश्रा ने…
मामला दर्ज किए बिना हिरासत में नहीं ले सकती हैं और न पूछताछ नहीं कर सकती : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय

मामला दर्ज किए बिना हिरासत में नहीं ले सकती हैं और न पूछताछ नहीं कर सकती…

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय ने सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत एक कश्मीर निवासी की…

Leave a Reply