• December 23, 2017

सूक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना का तोहफा —

सूक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना का तोहफा —

झज्जर, 23 दिसंबर। प्रदेश के कृषि मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने शनिवार को क्षेत्र के गांवों सुबाना और अमादलपुर में हर खेत को पानी योजना के तहत सुक्ष्म सिंचाई पायलट परियोजना का शुभारंभ किया। नहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की ओर से शुरू की इन सिंचाई पालयट परियोजनाओं पर कुल 338 लाख रूपये की धनराशि खर्च हुई है।
1
सौर उर्जा पर आधारित पर आधारित ड्रिप (टपका) सिंचाई प्रणाली से लगभग 254 हैक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी। सुबाना में 97 हैक्टेयर और अमादलपुर में 157 हैक्टेयर कृषि भूमि पर ईजरायल की तर्ज पर सिंचाई होगी।

— इजरायल की तर्ज पर सिंचाई की सुविधा
कृषि मंत्री श्री धनखड़ ने योजना के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह जल क्रांति है। सिंचाई के क्षेत्र में हरियाणा का मानचित्र बदलने की कथा है। किसानों को खादानों से बागवानी की तरफ बढ़ावा देने का द्वार खुला है। प्रदेश में सिंचाई के पानी के घाटे को सरप्लस में बदलने की योजना है। बिजली , पानी और अनुदान के बचत करने की योजना है।

इजरायल दुनिया ऐसा देश है जहां पानी की बहुत कमी है और टपका सिंचाई से उन्होंने इस कमी को दूर किया है। हमने भी ईजरायल की सिंचाई योजनाओं का अध्ययन कर यह सपना देखा कि हम भी ईजरायल की तर्ज पर अपने किसानों को सिंचाई की सुविधा मुहैया करवाएंगे।

उन्होने कहा कि जो सपने देखते हैं वहीं सपनों को साकार भी करते हैं। आज क्षेत्र के इन दो गांवों में ईजरायल की तर्ज पर फसल की सिंचाई का शुरू होना एक और नए खुशहाल दौर की शुरूआत है।

— किसान समूह बनाकर ले योजना का लाभ कृषि मंत्री श्री धनखड़ ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी किसान टपका सिंचाई प्रणाली को अपनाएं। सरकार किसानों को हर संभव मदद को तैयार है। इसके लिए किसानों को मिलकर अपने गांव में योजना के प्रारूप को समझकर अपनाना होगा। सरकार भी इस योजना को सामूहिक रूप से अपनाने वाले किसानों को अनुदान देने की योजना बनाने पर विचार कर रही है।

श्री धनखड़ ने कहा कि प्रदेश में लगभग 91 लाख एकड़ भूमि को सिंचित करने की जरूरत होती है। प्रदेश को लगभग साठ लाख एकड़ फीट पानी भाखड़ा डैम तथा 40 लाख एकड़ फीट पानी यमुना से मिलता है। जो हमारी जरूरत का लगभग पांचवा हिस्सा ही है।

— सूक्ष्म सिंचाई सस्ती, सुलभ स्वच्छ योजना
कृषि मंत्री श्री धनखड़ ने कहा कि योजना के दायरे में आए किसानों को अब बिजली का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। नहर का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, रात को सिंचाई का झंझट खत्म, मंहगे डीजल पंपों से छुटकारा मिलेगा।

सुबाना गांव में 28 किलोवाट सौलर पैनल से लगभग 97 हैक्टेयर तथा अमादलपुर में 55 किलोवाट सोलर उर्जा से लगभग 157 हैक्टेयर भूमि पर किसान अपनी मर्जी के हिसाब से सिंचाई कर सकते हैं। इसके लिए एक तालाब बनाया गया है जिसमें नहरी पानी एकत्रित होगा। सौलर उर्जा पर आधारित पंप सेटों के माध्यम से खेतों में टपका प्रणाली से सिंचित किया जाएगा। इस प्रणाली का अध्ययन करने पर पता चला है कि फसल उत्पादन भी लगभग 12 प्रतिशत तक बढ़ा है।

इस अवसर पर बाढड़ा से विधायक सुखविंद्र माढी, सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर राजीव बसंल,एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, तहसीलदार मनमोहन, जिप वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी, राय सिंह, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष पवन छिल्लर,उपाध्यक्ष बिजेंद्र मांडौठी,मास्टर सुनिल गुलिया,जीतू सहित विभागीय अधिकारी व किसान उपस्थित रहे।

Related post

12 राज्यों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल, 2024 को मतदान

12 राज्यों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल, 2024 को मतदान

पीआईबी दिल्ली:12 राज्यों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल, 2024 को मतदान होना है,…
मानव अधिकारों के उल्लंघन : जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत   : राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग

मानव अधिकारों के उल्लंघन : जहरीली गैसों के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत…

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि…
आरक्षण का लाभ अभी भी निम्नतम स्तर तक पहुँचना बाकी है : न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा (राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग)

आरक्षण का लाभ अभी भी निम्नतम स्तर तक पहुँचना बाकी है : न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा (राष्ट्रीय…

नई दिल्ली: — राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री अरुण मिश्रा ने…

Leave a Reply