राज्य के 109 विकासखण्डों और 15 जिला ओडीएफ

राज्य के 109 विकासखण्डों और 15 जिला ओडीएफ

रायपुर—(छत्तीसगढ)—–प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को अपने प्रथम तीन वर्ष में छत्तीसगढ़ में शानदार सफलता मिली है। मिशन के तहत राज्य में 10 हजार 971 ग्राम पंचायतों में से नौ हजार 432 ग्राम पंचायतों और 20 हजार गांवों में से 16 हजार 575 गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया जा चुका है।

प्रदेश के 146 विकासखण्डों में से 109 विकासखण्ड और 27 जिलों में से 15 जिलों को भी ओडीएफ का दर्जा मिल चुका है। यह राष्ट्रव्यापी मिशन छत्तीसगढ़ राज्य में भी दो अक्टूबर 2014 से शुरू हुआ है। राज्य में इस मिशन के तहत स्वच्छता का कव्हरेज बढ़कर 94 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए प्रदेश वासियों को बधाई दी है और कहा है कि सबके सहयोग से छत्तीसगढ़ तेजी के साथ सम्पूर्ण ओडीएफ राज्य बनने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वच्छ भारत मिशन को लगातार मिल रही उत्साहजनक सफलता को देखते हुए मुझे विश्वास है कि हम लोग मिशन के इस लक्ष्य को एक साल पहले ही याने कि दो अक्टूबर 2018 तक प्राप्त कर लेंगे। पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने भी मिशन की सफलता पर खुशी जताई है।

श्री चन्द्राकर ने कहा – इस मिशन के माध्यम से राज्य में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 31 लाख घरों में पक्के शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। शेष गांवों को भी जल्द ही खुले में शौचमुक्त किए जाने की तैयारी चल रही है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एम.के. राउत ने आज यहां बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का मुख्य उद्देश्य खुले में शौच मुक्त समुदाय का सृजन करना है। आधारभूत सर्वेक्षण 2012-13 के अनुसार राज्य में कुल 26.76 लाख परिवार शौचालय विहीन थे। प्रदेश में पूर्व में निर्मित 17.52 लाख शौचालयों में से 10.32 लाख शौचालय अनुपयोगी पाये गये थे।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की शुरूआत 02 अक्टूबर 2014 को पूरे देश को खुले में शौच की पृथा से मुक्त करने के उद्देश्य से की गई। 25 नवम्बर 2014 से स्वच्छ भारत मिशन के क्रियान्वयन हेतु नोडल विभाग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के स्थान पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को बनाया गया।

उस समय पूरे प्रदेश में केवल 20 गांव ही खुले में शौच मुक्त थी। प्रदेश के ऐसे गांव जो खुले में शौच मुक्त हो चुके है वहां ’स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि’ अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता स्थायित्व के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

श्री राउत ने बाताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य में समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता प्रविधि के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति व्यवहार परिवर्तन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस प्रविधि में ग्राम के लोग स्वच्छता की स्थिति का आंकलन कर खुले में शौच की प्रथा का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध भी हो रहे हैं।

स्वच्छता के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ शीघ्र लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर है। उन्हांेने बताया कि प्रदेश 02 अक्टूबर 2018 तक खुले में शौच मुक्त (ओ.डी.एफ.) के लिए संकल्पित हो जाएगा। राज्य में आज स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है और जल्द ही संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य खुले में शौच की कु-प्रथा को अंत करने में सफलता हासिल करेगा।

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