• November 1, 2017

भ्रष्टाचार की आवाज—पूर्व पार्षद व पत्रकार पर केस दर्ज करवाना तानाशाही

भ्रष्टाचार की आवाज—पूर्व पार्षद व पत्रकार पर केस दर्ज करवाना तानाशाही

झज्जर/बहादुरगढ़ (गौरव शर्मा)————नगर परिषद बहादुरगढ़ में इन दिनों अराजकता, भ्रष्टाचार का बोलबाला है। जो भी कोई बहादुरगढ़ नगर परिषद में भाजपा व कांग्रेस गठबंधन द्वारा जारी भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हैं, उसी की आवाज दबाने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पार्षद पति के साथ मारपीट की जाती है।
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घोटालों की खबर छापने वाले पत्रकार के विरुद्ध झूठे केस दर्ज करवाए जाते हैं। ऐसी सूरत में जनप्रतिनिधि तो दूर जनता भी नगर परिषद में आने से कतराने लगी है। यह आरोप मंगलवार को एक पत्रकारवार्ता के दौरान वार्ड नंबर 1 से पार्षद संदीप कुमार, वार्ड नंबर 3 से पार्षद पुत्र मुकेश सिंह, वार्ड नंबर 25 से पार्षद रमन यादव और वार्ड नंबर 31 से पार्षद शशि कुमार ने लगाएं।

नगर परिषद के तीन पार्षदों ने संयुक्त पत्रकारवार्ता करते हुए परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही भ्रष्टाचार उजागर करने वालों के खिलाफ तानाशाही तरीके से दर्ज किए जा रहे झूठे मुकदमों की निंदा की है। पार्षद संदीप, रमन और शशि ने कहा कि वार्ड नंबर 13 के पार्षद सीमा राठी के पति वजीर राठी लगातार नगर परिषद में घोटालों को उजागर कर रहे हैं।

पहले उनके साथ नगर परिषद में मारपीट की गई और फिर राजनीतिक दबाव डलवाकर उनके ही विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। पार्षद नीना राठी के पति सतपाल राठी भी नगर परिषद की भ्रष्ट कार्यशैली पर शुरू से ही सवाल उठा रहे हैं। जबकि पत्रकार लगातार नगर परिषद के गड़बड़झालों को अखबारों में प्रकाशित कर रहे हैं। ऐसे में तीनों के विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज करना, उनकी आवाज को दबाने का असफल प्रयास है। तीनों पार्षदों ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा नगर परिषद में कांग्रेस के भ्रष्टाचार का साथ दिया जा रहा है और इस गठबंधन से भ्रष्टाचारियों का विकास हो रहा है। जिसे नगर की जनता किसी भी रुप में बर्दाश्त नहीं करेगी।

पार्षदों ने कहा कि स्ट्रीट लाइट से लेकर सफाई घोटाले, प्रोसिडिंग बुक में गड़बड़ी से लेकर फॉगिंग जैसे कामों में भेदभाव को लेकर लगातार चेयरपर्सन की समान रूप से विकास करवाने की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। जबकि भाजपा विधायक तथा उनके समर्थक पार्षदों द्वारा उन्हें पूरा समर्थन दिया जा रहा है।

बावजूद इसके जनता द्वारा चुने गए अनेक प्रतिनिधि आज भी नगर परिषद के भ्रष्टाचार, अराजकता और तानाशाही के विरुद्ध आवाज उठा रहे हैं और उठाते रहेंगे। किसी भी सूरत में जनता के गाढ़े खून पसीने की कमाई को लूटने नहीं दिया जाएगा। अगर यह बंद नहीं हुआ तो वह शहर की जनता के साथ सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।

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