जेलों के आधुनिकीकरण के साथ सुरक्षा अमले में वृद्धि के प्रयास

जेलों के आधुनिकीकरण के साथ सुरक्षा अमले में वृद्धि के प्रयास

भोपाल :(प्रलय श्रीवास्तव)———-मध्यप्रदेश की 123 जेलों के आधुनिकीकरण के साथ ही सुरक्षा अमले में वृद्धि की दिशा में निरंतर प्रयास जारी है। विगत माह की स्थिति में लगभग 38 हजार बंदी जेलों में निरुद्ध है।

जेल-एक नजर

केन्द्रीय जेल 11, जिला जेल 40 , उप जेल 71 , खुली जेल 01

कुल 123

चालू माली साल के दौरान जेलों के लिए 19 एम्बुलेंस खरीदी गई है। वहीं 15 जेलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिये जा चुके है। सुरक्षा व्यवस्था के माकूल प्रबंध को देखते हुए टॉवर, वॉकी-टॉकी इलेक्ट्रिक फेंसिंग, बॉडी एवं बैगेज स्केनर, सायरन, बैटन, बॉयोमेट्रिक डिवाईस, हाईमास्ट लाईट, ताले, जीपीएस ट्रेकिंग सिस्टम, बुलेट प्रूफ जैकेट, फुल हाईट बॉयोमेट्रिक डोर लगाये जाने की प्रक्रिया चल रही है।

मध्यप्रदेश में जेलों की सुरक्षा के लिए पिछले वित्तीय वर्ष में 5 उप जेल अधीक्षक, 36 सहायक जेल अधीक्षक, 184 मुख्य प्रहरी एवं 670 प्रहरियों के नये पदों को सृजित किया गया। जेल संयुक्त परीक्षा के माध्यम से 871 प्रहरी एवं अन्य संवर्ग के रिक्त पदों की पूर्ति की कार्यवाही की जा चुकी है।

राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित 6 जिला जेल अधीक्षक एवं 46 सहायक जेल अधीक्षकों की नियुक्ति की कार्यवाही की गई है। संयुक्त चयन परीक्षा द्वारा 4 सहायक ग्रेड-3 एक-एक स्टेनोग्राफर और स्टेनो टाईपिस्ट की नियुक्ति की प्रक्रिया भी की गई। इस साल प्रहरी के 940 एवं अन्य संवर्ग के 22 रिक्त पदों की पूर्ति की कार्यवाही की जा रही है।

सुरक्षा ऑडिट

केन्द्रीय जेल भोपाल का सुरक्षा ऑडिट करवाया जा चुका है। इसी क्रम में सभी केन्द्रीय जेलों का राज्य स्तर से अतिरिक्त महानिदेशक जेल की अध्यक्षता में गठित समिति के माध्यम से सुरक्षा ऑडिट करवाया गया है। सुरक्षा ऑडिट में प्राप्त सुझावों के अनुसार कार्यवाही होगी।

प्रशिक्षण

जेल विभाग के लगभग 2100 अधिकारियों-कर्मचारियों को पिछले डेढ़ वर्ष में अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक प्रशिक्षण दिलवाये जा चुके हैं। सुरक्षा प्रहरियों को प्रशिक्षण के लिए जेल प्रशिक्षण केन्द्र सागर में तथा अधिकारी-कर्मचारियों को भोपाल के क्षेत्रीय जेल प्रबंधन एवं शोध संस्थान, प्रशासन अकादमी, आर.ए.पी.टी.सी. इंदौर और सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण अकादमी टेकनपुर, जिला ग्वालियर तथा अन्य संस्थाओं में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है।

सुरक्षा निर्माण कार्य

जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ आवास क्षमता में वृद्धि के प्रयास भी हो रहे है। इस वित्त वर्ष में जेलों में 36 नये बैरक, सुरक्षा गार्ड-रूम, सीसीटीवी कंट्रोल-रूम, वॉच टॉवर एवं केन्द्रीय जेलों में दोहरी दीवार बनवाने के लिए 20 करोड़ की राशि रखी गई है।

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