• May 7, 2017

गोरक्षा के नाम पर ब्रिगेड के अराजक व आपराधिक तत्व गरीब हिन्दु को प्रताड़ित कर रहे हैं :- श्री मायावती जी।

गोरक्षा के नाम पर  ब्रिगेड के अराजक व आपराधिक तत्व गरीब हिन्दु को प्रताड़ित  कर रहे हैं :-  श्री मायावती जी।

लखनऊ, 07 मई, 2017: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती ने बी.एस.पी. उत्तराखण्ड प्रदेश के वरिष्ठ व ज़िम्मेदार पदाधिकारियों के साथ पार्टी की गतिविधियों के सम्बंध में समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देंश जारी किये।

उत्तराखण्ड के हाल ही में सम्पन्न हुये आमचुनाव में अपेक्षा के अनुरूप चुनाव परिणाम नहीं आने के बाद पार्टी संगठन में जरूरी फेरबदल करके अच्छी छवि व समर्पित लोगों को आगे बढ़ाने पर ज़ोर देते हुये सुश्री मायावती ने कहा कि उत्तराखण्ड में उत्तर प्रदेश की तरह यह प्रक्रिया आगे भी हर स्तर पर जारी रहनी चाहिये। वर्तमान में पार्टी को अनेकों प्रकार की चुनौतियों का सामना है और ऐसे समय में ख़ासकर पार्टी के मूल सिद्धान्तों व आदर्शों पर डटकर खड़े रहने की आवश्यकता है।

सर्वसमाज के गरीबों, शोषितों के साथ-साथ दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों व अन्य कमजोर तबकों के हित व कल्याण की लड़ाई में कोई भी कोताही व लापरवाही नहीं की जा सकती है बल्कि बीजेपी सरकार की बडे़-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की समर्थक होने के कारण इन वर्गों की लड़ाई व संघर्ष को और भी तीव्र करने की आवश्यकता है।

सुश्री मायावती ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पड़ोसी राज्य है वहाँ के भी राजनीतिक व सामाजिक हालात काफी कुछ एक जैसे ही हैं। उत्तर प्रदेश की तरह ही उत्तराखण्ड में भी ख़ासकर गरीबों, दलितों, पिछड़ों व ब्राह्मण समाज जातिवादी भेदभाव, राजनीतिक द्वेष व जुल्म-ज्यादती के शिकार बनाये जा रहे हैं और यह सब खुले तौर पर सरकारी संरक्षण में हो रहा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के जनपद गोरखपुर में बी.एस.पी. के विधायक श्री विनय तिवारी के घर पर पुलिस का छापा राजनीतिक द्वेष का ताजा प्रमाण है। इसके अलावा दलित व पिछड़े वर्ग के लोगों को भी हर स्तर पर जातिवादी भेदभाव व जुल्म-ज्यादती का शिकार बनाया जा रहा है, जिसकी बी.एस.पी. तीव्र निन्दा करती है।

’गोरक्षा’ के नाम पर अब भगवा ब्रिगेड के अराजक व आपराधिक तत्व ग़रीब हिन्दुओं को भी अपनी हिंसक ताण्डव का शिकार बना रहे हैं और बीजेपी सरकार की शासन-व्यवस्था उनके प्रति नरम रवैया अपनाकर उन तत्वों को बचाने का काम करती हुई नज़र आती है। ’हिन्दु युवा वाहिनी’ के नाम पर भी प्रदेश में काफी अराजकता फैलाई जा रही है तथा बीजेपी सरकार यह सब कुछ स्वीकार करते हुये भी उन तत्वों के खिलाफ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई नहीं कर पा रही है, यह गंभीर चिन्ता की बात है।

सहारनपुर जिले की जातिवादी दलित उत्पीड़न की घटनाओं के सम्बंध में भी प्रदेश बीजेपी सरकार का रवैया भी न्यायपूर्ण नहीं प्रतीत हो रहा है। दोषियों को सजा व पीड़ितों को सहायता देकर सरकार को अपनी निष्पक्षता साबित करने की जरूरत है। इन मामलों में बीजेपी के नेताओं व इनके मंत्रियों का रवैया भी स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं बल्कि पक्षपातपूर्ण ही लगता है।

बी.एस.पी. उ.प्र. राज्य कार्यालय
12 माल ऐवेन्यू, लखनऊ

Related post

केरल के पूर्व वित्त मंत्री डॉ. थॉमस इसाक को मसाला बांड मामले में छठा समन

केरल के पूर्व वित्त मंत्री डॉ. थॉमस इसाक को मसाला बांड मामले में छठा समन

प्रवर्तन निदेशालय ने  27 मार्च को केरल के पूर्व वित्त मंत्री डॉ. थॉमस इसाक को मसाला…
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीणा विजयन की मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीणा विजयन की मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू

प्रवर्तन निदेशालय ने  27 मार्च को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीणा विजयन की…
म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने के लिए लगभग 3.7 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना : वीजा-मुक्त नीति  समाप्त

म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने के लिए लगभग 3.7 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना :…

नई दिल्ली   (रायटर्स) – भारत ने लगभग एक दशक के भीतर म्यांमार के साथ अपनी 1,610…

Leave a Reply