• March 28, 2016

कार्यशाला का आयोजन: क्रिमिनल जस्टिस फेयर इन्वेटीगेशन एवं फेयर ट्रायल

कार्यशाला का आयोजन: क्रिमिनल जस्टिस फेयर इन्वेटीगेशन एवं फेयर ट्रायल

उत्तर बस्तर (कांकेर) ———छ०गढ————-  जिला न्यायालय, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आज क्रिमिनल जस्टिस फेयर इन्वेटीगेशन एवं फेयर ट्रायल पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन न्यू कम्युनिटी हाल कांकेर में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ जिला न्यायाधीश कांकेर श्री नरेन्द्र सिंह चावला, कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी और पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह मीणा द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। श्री नरेन्द्र सिंह चावला जिला न्यायाधीश कंाकेर ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य आपराधिक न्याय के दो महत्वपूर्ण बिन्दु अन्वेषण एवं विचारण का बेहतर रूप से क्रियान्वित करना है।

किसी भी घटना का अन्वेषण प्रारंभिक रूप से तथ्यामक सत्यता की जांच करना है, जिसके आधार पर विचारण गतिशील होता है, ऐसी स्थिति में अन्वेषण करनेवाले पुलिस अधिकारियों को अपनी अधिकारिता एवं किसी भी विषय में विशेष योग्यता से बेहतर अन्वेषण किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बेहतर अन्वेषण से जहां एक ओर पीड़ित कोन्याय मिलता है वहीं दूसरी ओर वास्तविक अपराधी को दंड मिलता है तथा निर्दोष व्यक्ति प्रताड़ित होने से बच जाता है।

कार्यशाला में न्यायाधीश पुलिस अधिकारी एवं अभियोजन संयुक्त रूप से अपनी अपनी समस्याओं एवं समाधान पर चर्चा किया जिससे न्याय प्रशासन बेहतर किया जा सके। कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी ने कहा कि न्याय सर्वाेपरि है, चाहे बेहतर प्रशासन हो या बेहतर न्याय व्यवस्था। उन्होंने कहा कि इसके लिये यह आवश्यक है कि कानूनों का प्रभावी ढंग से पालन किया जावे तथा प्रत्येक अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति सदैव सर्तक एवं तत्पर रहे।

श्रीमती आबिदी ने कहा कि वर्तमान में अपराध की प्रकृति एवं तरीका बदल रहा है तथा अपराध तकनीकी रूप से किये जा रहे है ऐसी स्थिति में न्याय पालिका अन्वेषण अधिकारी एवं प्रशासन को नई तकनीक के साथ कार्यवाही किया जाना आवश्यक है इस हेतु उन्हें आधुनिक तकनीक के तहत प्रशिक्षण दिया जाना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अन्वेषण अधिकारी अभियोजन एवं न्यायाधीशों के आपसी सामजंस्य से इस कार्यशाला का मैं उठाई गई समस्या तथा निदान निश्चित रूप से आगे कार्य करने में सहायक होंगे। आपराधिक न्याय व्यवस्था में प्रशासन पूरी तरह सहभागी रहेगा।

पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह मीणा ने व्यक्त किया कि इस तरह की कार्यशाला से निश्चित रूप से अन्वेषण में अत्याधिक सहायता प्राप्त होगी तथा यह सौभाग्य का विषय है कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशन में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन कंाकेर जिले में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला से न्याय प्रशासन के बेहतर संचालन हेतु अन्वेषण अधिकारी एवं विचारणकर्ता न्यायाधीश अपनी अपनी समस्याएं एवं समाधान का स्वयं निराकरण कर अधिक संजीदा होकर कार्य करेंगे।

इसके पश्चात कार्यशाला में भाग लेनेवाले न्यायाधीशों, प्रशासनिक अधिकारी, अभियोजन अधिकारियों को चार गु्रप में वर्गीकृत किया गया। सभी ग्रु्रपों द्वारा मूल विधि एवं प्रक्रिया विधि एवं न्याय प्रशासन से संबंधित विभिन्न न्याय दृष्टांतों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन श्री आदित्य जोशी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भानुप्रतापपुर द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में कुटुम्ब न्यायाधीश कांकेर श्रीमती कान्ता मार्टिन, अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश भानुप्रतापपुर श्री यू0एस0 मिश्रा, अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश कांकेर श्री जयदीप गर्ग, अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एफ.टी.सी.) श्री मनोज कुमार प्रजापति, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट कांकेर श्रीमती तजेश्वरी देवी देवांगन, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 भानुप्रतापपुर श्री आदित्य जोशी, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांकेर श्री अच्छेलाल काछी, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 पखांजूर श्री पंकज आलोक तिर्की, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 कांकेर श्री मोहित सिंग, अपर कलेक्टर द्वय श्री विपिन मांझी एवं अरविंद शर्मा, समस्त एसडीएम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश्वर चंदेल सहित अधिवक्तागण, पुलिसकर्मी उपस्थित थे।

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