• September 22, 2018

आयुष्मान मध्यप्रदेश निरामयम —मुख्यमंत्री श्री चौहान

आयुष्मान मध्यप्रदेश निरामयम —मुख्यमंत्री श्री चौहान

मध्यप्रदेश में 23 सितम्बर से आयुष्मान मध्यप्रदेश ‘निरामयम’ योजना शुरू की जायेगी। योजना में प्रदेश के एक करोड़ 37 लाख लोगों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। यह संख्या संबल योजना के हितग्राहियों की संख्या बढ़ने के साथ बढ़ भी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य और केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत की अध्यक्षता में होने वाले राज्य स्तरीय समारोह का शुभारंभ प्रात: 11 बजे विधानसभा भवन में होगा। राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सांसद श्री आलोक संजर और मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।

योजना में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सामाजिक-आर्थिक जातिगत जनगणना में चिन्हित लोगों को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश में समग्र और संबल हितग्राहियों को भी इसका लाभ मिलेगा। इस योजना में लगभग सभी बीमारियाँ शामिल की गई हैं। करीब 1400 बीमारियों का निर्धारित पैकेज के अनुसार इलाज होगा। स्वास्थ्य सुरक्षा कवच कैशलेस है। इसमें शासन द्वारा उपचार का पैसा इलाज करने वाले अस्पताल को सीधे भुगतान किया जायेगा।

उपचार के बाद 10 दिन का फालोअप भी पैकेज भी शामिल रहेगा। प्रदेश में लगभग ढाई सौ निजी एवं शासकीय अस्पतालों को योजना में चिन्हित किया जा चुका है। योजना में काम करने वाले चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टाफ को अतिरिक्त भत्ता देय होगा।

नागरिकों की सुविधा के लिये चिन्हित चिकित्सालयों में आयुष्मान मित्र नियुक्त किये जा रहे हैं, जो मरीज और उसके परिजनों को योजना की प्रक्रिया और कागजी कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने में मदद करेंगे। इन अस्पतालों में आयुष्मान भारत कियोस्क भी स्थापित किये गये है। हितग्राही पात्रता की जानकारीwww.ayushmanbharat.mp.gov.inऔरhttps://mera.pmjay.gov.in/पर स्वयं पात्रता परिक्षण कर सकते हैं।

प्रदेश के सभी जिलों में योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिये कलेक्टर की अध्यक्षता में क्रियान्वयन इकाइयों का गठन किया गया है। इकाई में मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपाध्यक्ष, जिला मलेरिया अधिकारी नोडल ऑफीसर और जिला कार्यक्रम समन्वयक, जिला संसूचना प्रणाली प्रबंधक, जिला जन शिकायत निवारण प्रबंधक सदस्य बनाये गये हैं।

प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की स्थापना की जा रही है। इन्हें गाँवों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्थापित किया जा रहा है। इन केन्द्रों में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं एवं सुविधा के अतिरिक्त टेली मेडिसिन पद्धति से विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श भी मिल सकेगा। इन केन्द्रों में आयुष पद्धति और योग आदि के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली संबंधी परामर्श भी दिया जायेगा। प्रदेश में इन्हें मध्यप्रदेश आरोग्यम का नाम दिया गया है, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में स्थापित किये जा रहे हैं।

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