• December 5, 2017

तीन फौजी दोस्तों की चिताएं एक साथ जलीं

तीन फौजी दोस्तों की चिताएं एक साथ जलीं

सांपला/झज्जर (गौरव शर्मा)————- घटना हरियाणा की है, जहां सांपला के गांव मोरखेड़ी में रविवार को जब तीन फौजी दोस्तों की चिताएं एक साथ जलीं तो वहां मौजूद हर आंख नम थी। सोमवार सुबह तीनों के शव जैसे ही गांव में पहुंचे तो अपने लाडलों के शव देखकर हर कोई बिलख उठा। सभी की आंखें नम थी और पीड़ित परिवारों को सांत्वना दे रहे थे।
haryana
दरअसल, रविवार देर रात एक शादी से लौटते समय सोनीपत रोड पर सिसाना गांव के पास हादसे में तीनों की मौत हो गई थी।

तीनों करते थे शहादत की बातें

ग्रामीणों का कहना था कि तीनों हमेशा शहादत की बात करते थे। हमेशा कहते थे कि वह गांव का नाम रोशन करेंगे, लेकिन जिस तरीके से भगवान ने उन्हें इस दुनिया से विदा किया है, इससे बड़ा दुखों का पहाड़ परिवार पर नहीं टूट सकता। नवीन के चाचा राजेश कुमार ने बताया कि रविवार को उनके परिवार के ही फौजी मनजीत की शादी थी।

पूरे परिवार में खुशी का माहौल था। रविवार को बारात भी ठीक-ठाक से निपट कर वापस लौट रही थी, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। सिसाना के पास उनकी कार एक ट्राले से टकरा गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी में बैठे तीनों फौजियों समेत चालक सतीश भी घायल हो गया था। पीजीआईएमएस में पहुंचने पर तीनों को मृत घोषित कर दिया गया था।

5000 की आबादी के गांव में है 150 फौजी

मोरखेड़ी गांव की आबादी करीब पांच हजार है। गांव करीब 150 फौजी है। इनमें से कई तो बड़े पद पर भी रह चुके हैं । 2500 वोट वाले गांव में इतने फौजी होना बड़ी बात है। हादसे में जान गंवाने वाले तीनों फौजी हरिजन बस्ती से थे। अकेले इसी बस्ती से कई परिवार के बेटे फौज में हैं।

ब्लास्ट की आवाज सुनकर जमा हो गई थी भीड़

रात को सिसाना के पास हुए हादसे के बाद ट्राला का टायर तेज ब्लास्ट से फट गया था। जिसके बाद आसपास के लोग भी बाहर भाग गए। तेज आवाज से टक्कर व टायर के ब्लास्ट से लोगों को अनहोनी का पता लग गया था। उन्होंने बाहर आकर अन्य बारातियों की मदद से कड़ी मशक्कत कर चारों को बाहर निकाला था।

परिवार में कमाने वाला अकेला था प्रदीप

हादसे का शिकार हुए प्रदीप बीएसएफ में तैनात थे। वह 2013 में भर्ती हुआ था। फिलहाल में उसकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर थी। पांच भाई-बहनों में प्रदीप परिवार में अकेला कमाने वाला था। छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। प्रदीप की करीब सवा साल पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी ने एक माह पहले ही बेटे को जन्म दिया था।

Related post

एशिया पर रहा जलवायु, मौसमी आपदाओं का सबसे अधिक प्रभाव: संयुक्त राष्ट्र

एशिया पर रहा जलवायु, मौसमी आपदाओं का सबसे अधिक प्रभाव: संयुक्त राष्ट्र

लखनऊ (निशांत सक्सेना)  ———   संयुक्त राष्ट्र की संस्था विश्व मौसम विज्ञान संगठन की एक नई रिपोर्ट…
क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन में कर्नाटक और गुजरात सबसे आगे

क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन में कर्नाटक और गुजरात सबसे आगे

लखनऊ (निशांत सक्सेना)——–   कर्नाटक और गुजरात ने एक बार फिर क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन की दिशा में…
प्लास्टिक नहीं, धरती बचाओ!

प्लास्टिक नहीं, धरती बचाओ!

लखनऊ (निशांत सक्सेना):—  कुछ दिन पहले ही दुबई में एक दिन में इतनी बारिश हो गयी…

Leave a Reply